Sovereign Gold Bond (SGB)Scheme 2024:जाने क्या हे फायदे गोल्ड बॉन्ड के.


Sovereign Gold Bond : इंडिया में ज्यादातर लोग फिजिकल गोल्ड खरीदना ही प्रेफर करते है लेकिन उसके साथ आते है बहुत सारे चैलेंज जैसे की मेकिंग चार्जेस, जब हम ज्वैलरी बनवाते है तो हमे उनकी मेकिंग चार्जेस देनी पड़ती है और अगर गोल्ड लिया है तो उसका सेफ्टी इश्यू भी होता है और अगर हम इसके लिए बैंक लॉकर लेते है तो उसके लिए भी अलग चार्जेस देने पड़ते है।

फिर आता है प्यूरिटी टेस्ट का इश्यू। इसके बाद आता है कुछ टाइम पीरियड के बाद उसको पॉलिश वगैर करवाने का एक्स्ट्रा कॉस्ट और फिर अगर कुछ सालो बाद ज्वैलरी का डिजाइन आउटडेटेड हो जाता है तो अलग से मेकिंग चार्जेस देकर उसकी डिजाइन चेंज करने का अलग कॉस्ट देना पड़ता है इसलिए ही डिजिटल गोल्ड बेस्ट ऑप्शन होता है क्योंकि उसमे ये सारे एक्सपेंस जैसे मेकिंग चार्जेस, प्योरिटी टेस्ट, सेफेटी इश्यू,पॉलिशिंग एक्सेट्रा नही देने पड़ते है।

डिजिटल गोल्ड को हम ऑनलाइन खरीद सकते है। कुछ सालो के लिए होल्ड कर सकते है और जब गोल्ड का प्राइस बढ़ने लगे उसको सेल करके एक अच्छा इंटरेस्ट कमा सकते है लेकिन डिजिटल गोल्ड से भी बेहतर ऑप्शन sovereign gold bond है तो। चलिए इसको पहले डिटेल्स में जानते है।

Sovereign Gold Bond क्या है?

Sovereign Gold Bond बेसिकली आरबीआई द्वारा इश्यू किया जाता है। यह बॉन्ड आरबीआई साल में चार या पांच बार सीरीज वाइज इश्यू कराती है। पिछले साल 22 दिसंबर को इसे पेश किया गया था अभी हाल ही में 2023-24 की न्यू सीरीज SGB पेश किया गया है जिसको अप्लाई करने की लास्ट डेट 16th फरवरी 2024 है। अब इसके लिए अप्लाई करने की क्या एलिजिबिलिटी है और इसका मैच्योरिटी पीरियड कितना है सब जानते है।

कोई भी भारतीय sovereign gold bond में इन्वेस्ट कर सकते है इसमें माइनोरिटी अकाउंट भी ओपन करवाया जा सकता है लेकिन उसको कोई पेरेंट्स या गार्डियन हि मैनेज कर सकते है। इस स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड है 8 साल लेकिन अगर 8 साल पर हमें ऐसा लगे की अभी हम इसे और एक्सेटेंड कर सकते है तो हम इसे 3 साल और यानी की 11 साल तक इसका टनोर बढ़ा सकते है।

इसकी कीमत कैसे डिसाइड होती है?

एसजीबी के द्वारा हम जो गोल्ड खरीदते है उसकी एक यूनिट की वैल्यू होती है 1ग्राम गोल्ड और यह 1 ग्राम गोल्ड होता है 24 कैरेट का तो इस 24 कैरेट की जो वैल्यू है आज की डेट में वही होती है इसकी इश्यू प्राइस। तो यह प्राइसिंग इस तरह से डिसाइड की जाती है और सेल करते टाइम भी ऐसे ही प्राइस डिसाइड किया जाता है यानी की सेल करते जो भी 24 कैरेट का प्राइस चल रहा होगा वही अमाउंट आपको मिलेगा।

Sovereign Gold Bond के फायदे क्या है?

Sovereign Gold Bond के ऐसे बहुत से फायदे है जो की इसको बाकी स्कीम से काफी यूनिक बनाती है।

1. इसमें हमे कोई भी डिजाइन और मेकिंग चार्जेस नही देने पड़ते है। जब हम फिजिकल गोल्ड खरीदते है तों हमें उसमे अलग से मेकिंग चार्जेस या डिजाइन चार्जेस देने पड़ते है।

2. इसमें हमें कोई भी स्टोरेज का रिस्क नहीं लेना पड़ता और स्टोरेज के लिए लॉकर का एक्स्ट्रा कॉस्ट नही देना पड़ता।

3. यहां कोई सेफ्टी का इश्यू नही है। क्योंकि यह बॉन्ड आरबीआई और गवर्नमेंट द्वारा रेगुलेट किया जाता है।

4. इसमें खरीदा जाने वाला सोना बिलकुल प्योर होता है। नॉर्मली जब हम फिजिकल गोल्ड लेते है तो वो 22 कैरेट या इससे कम का ही होता है तो यहां हमें बिलकुल 24 कैरेट का प्योर गोल्ड मिलता है। अब आप सोच रहे होंगे यही फायदा तो डिजिटल गोल्ड में भी मिलता है फिर यह कैसे बेहतर हुआ तो इसका कारण यह है की डिजिटल गोल्ड में आपको GST, एक्सपेंस रेश्यो एक्स्ट्रा देना पड़ता है लेकिन एसजीबी में ऐसा कुछ नही है इनफैक्ट एसजीबी में आपको एडिशनल इंटरेस्ट मिलता है 2.5% का जो की हर 6 महीने मे आपके खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है।

5. Sovereign Gold Bond में हमे कोई भी जीएसटी और एसटीटी यानी की सिक्योरिटी ट्रांजेक्ट्शन टैक्स नहीं देना पड़ता।

6. जब हम एसजीबी खरीदते है तब हमे आरबीआई की तरफ से एक फिजिकल सर्टिफिकेट मिलता है जो की प्रूफ ऑफ पर्चेस रहता है और यह सर्टिफिकेट लोन की कोलेट के लिए हम यूज कर सकते है। यानी की जिस तरह हम फिजिकल गोल्ड को गिरवी रख कर लोन लेते है ठीक उसी तरह हम sovereign gold bond को गिरवी रखकर लोन के लिए अप्लाई किया जा सकता है।

7. इसमें हमें कोई भी कैपिटल गैंन टैक्स नही देना पड़ता है यानी की इस स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है लेकिन इस बॉन्ड को 5 साल के बाद कभी भी बेचने पर हमे इस पर कोई भी कैपिटल गैंन टैक्स नही देना पड़ता जबकि अगर हम गोल्ड ईटीएफ या म्यूचुअल फंड की बात करे तो वहां हमें टैक्स लैब के अकॉर्डिंग कैपिटल गैंन टैक्स देना पड़ता है।

8. इसको हम अपने डी मैट अकाउंट से भी खरीद सकते है।

9. Sovereign Gold Bond में इन्वेस्टमेंट हमारे लिए टैक्स फ्री के साथ रिस्क फ्री भी होती है। इसमें मिलने वाला इंटरेस्ट रिस्क फ्री होता है। इसमें हमें 2.5% का रिटर्न एनुअली मिलता है जो की हर 6 महीने में हमारे खाते में क्रेडिट होता है।

10. इसके साथ जब हमारा टेनर खत्म होगा तो हमारा प्रिंसिपल हमें उस रेट पर मिलेगा जो उस समय के सोने के मूल्य के अनुसार पैसा लौटा दिया जाएगा। तो हमे यहां लॉन्ग टर्म में काफी अच्छे रिटर्न मिल सकते है।

11. Severeign Gold Bond में भारत सरकार की गारंटी रहती है इसलिए आपको अपने पैसे के बारे में चिंता करने की जरूरत नही रहती।

Sovereign Gold Bond के नुकसान

1. हमें sovereign gold bond में एसआईपी (Systematic Investment Plan) का ऑप्शन नही मिलता है। इसमें हमें अपनी सारी इन्वेस्टमेंट एक साथ ही करनी होती है।

2. अगर हम इसे 5 साल के पहले बेचते है तो हमें कैपिटल गेंन टैक्स देना पड़ता है।

Sovereign Gold Bond टैक्स कैलकुलेशन कैसे होते है?

जैसे की हम ने बताया की इस स्कीम की मैच्योरिटी पीरियड 8 साल की होती है तो हमे अपने बॉन्ड्स को 8 साल तक होल्ड करना पड़ेगा। 8 साल कंप्लीट होने पर आरबीआई वो बॉन्ड हमसे वापस ले लेती है और इसमें हमें कोई भी कैपिटल गेंन टैक्स नही देना पड़ता है और अगर हम 5 साल पर भी आरबीआई को बॉन्ड्स सेल करते है तो भी हमारा कैपिटल गेंन टैक्स फ्री रहेगा। लेकिन अगर आप इसे अपना डी मैट अकाउंट का यूज करके स्टोक मार्केट में सेल करते है तो फिर आपको कैपिटल गेन टैक्स देना होगा।

अगर अपने 3 साल से पहले बेच दिया तो उस पर आपको शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा और यह टैक्स आपकी इनकम स्लैप के बेसिस पर निर्भर होगा।

अगर अपने इसे 3 साल के बाद और 5 साल के पहले सेल कर दिया तो इस पर आपको लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होगा जो की 20% के साथ 4% सेस और इसके साथ इंडेक्सेशन बेनिफिट सामिल है।

अधिक जानकारी के लिए क्लिक करे https://www.sbi.co.in/web/personal-banking/investments-deposits/govt-schemes/gold-banking/sovereign-gold-bond-scheme-sgb

Sovereign Gold Bond में इन्वेस्ट कैसे करे?

हम बैंक, पोस्ट ऑफिस और स्टॉक ब्रोकर की मदद से sovereign gold bond में इन्वेस्ट कर सकते है। अगर आप ऑफलाइन इसमें करना चाहते है तो आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर फॉर्म फिल करके और अपना केवाईसी करके सबमिट कर सकते है।

अगर आप ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट करना चाहते है तो नामित बैंक की वेबसाइट के माध्यम से निवेश टैब के तहत आवेदन कर सकते है इसके लिए आपका डी मैट अकाउंट होना अनिवार्य है।

कितना गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते है?

Sovereign Gold Bond में निवेश करने पर आपको 2.5% प्रति वर्ष का ब्याज मिलता है।

1. अगर आप इस Sovereign Gold Bond में निवेश करना चाहते है तो आपको मिनिमम 1 ग्राम सोना खरीदना होगा।

2.और आप एक वर्ष में अधिकतम 4 किलो गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते है।

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